सऊदी अरब का वो रहस्यमयी गड्ढा, जिसे आज तक भरा नहीं जा सका |
दुनिया में ऐसे कई रहस्य हैं, जिनके बारे में जानकर लोग हैरत में पड़ जाते हैं। एक ऐसा ही रहस्य सऊदी अरब के उत्तर में स्थित अल जॉफ प्रांत के पास मौजूद रेगिस्तान में है। यहां एक ऐसा रहस्यमयी गड्ढा है, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसे आज तक भरा नहीं जा सका है। इसके पीछे की वजह भी बेहद अजीब है। कुछ साल पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दावा किया गया था कि इस रहस्यमयी गड्ढे में कुछ भी डाला जाता है तो वो अपने आप फिर बाहर आ जाता है। वीडियो में इसे कुदरत का करिश्मा करार दिया गया था। वीडियो में दिखाया गया था कि कुछ लोग एक बुल्डोजर की मदद से इस गड्ढे को भरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसमें जैसे ही वो मिट्टी डालते हैं, वो अपने आप बाहर आ जाती है। यहां करीब 100 फीट की ऊंचाई तक रेत का फव्वारा निकलता है, जो अंदर मौजूद किसी भी सामान को बाहर फेंक देता है।
सऊदी अरब का वो रहस्यमयी गड्ढा, जिसे आज तक भरा नहीं जा सका |
आपको बता दें कि अल जॉफ का पूरा रेगिस्तानी इलाका करीब एक लाख 212 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। ये जगह ज्यादातर गर्म ही रहती है, क्योंकि यहां बहुत कम ही बारिश होती है। कहा जाता है कि इस रहस्यमयी गड्ढे में कुछ भी डालने पर वो इसलिए बाहर निकल जाता है, क्योंकि यहां ब्लोहोल्स बने हुए हैं। दरअसल, रेगिस्तानी इलाकों में अक्सर छोटे-छोटे गड्ढों में ब्लोहोल्स बन जाते हैं, जिन्हें भरना नामुमकिन होता है। इन ब्लोहोल्स को प्राकृतिक वैक्यूम भी कहा जाता है।
सऊदी अरब का वो रहस्यमयी गड्ढा, जिसे आज तक भरा नहीं जा सका |
वैज्ञानिकों की मानें तो ब्लोहोल्स मौसम, हवा के तापमान और दबाव पर निर्भर होते हैं। जब किसी गड्ढे के ऊपर से गुजरने वाली हवाएं गर्म होती हैं तो उनका घनत्व वही होता है जो गड्ढे के अंदर मौजूद हवा का होता है। इसकी वजह से ब्लोहोल्स पर हवा का प्रवाह बंद हो जाता है। जब बाहर की हवा गर्म होने लगती है तो गड्ढे के अंदर मौजूद हवा तेजी से बाहर निकलने लगती है। बस यही कारण है कि इन गड्ढों में कुछ भी डालने पर वो खुद-ब-खुद बाहर आ जाता है।